अगस्त से नवंबर तक स्कूली खेलों का आयोजन, माध्यमिक शिक्षा विभाग की देखरेख में स्कूली खेल का कैलेंडर जारी
लखनऊ । माध्यमिक शिक्षा विभाग की देखरेख में होने वाले अंतर जनपदीय खेल प्रतियोगिताओं का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। इनमें जनपदीय स्तर की हॉकी, तीरंदाजी, कराटे और शूटिंग के आयोजन हो चुके हैं।
तैराकी, डाइविंग अंडर-14, 17 और 19 के मुकाबलों की जिम्मेदारी विद्यांत हिंदू इंटर कॉलेज को दी गई है। हैंडबाल के मुकाबले तीनों वर्गों मे पांच और छह अगस्त को काली चरण इंटर कॉलेज और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की देखरेख में आयोजित किये जायेंगे। टेबल टनिस और बैडमिंटन के मुकाबले तीनों आयु वर्गों में 11 और 12 अगस्त को राजकुमार और शिया इंटर कॉलेज की देखरेख में होंगे। फुटबॉल के मुकाबले डीएवी इंटर कॉलज की देखरेख में कॉलेज के ग्राउंड पर खेले जायेंगे।
कुश्ती (फ्री स्टाइल) के मुकाबलों के आयोजन की जिम्मेदारी बालक वर्ग के लिए राष्ट्रपिता स्मारक इंटर कॉलेज बालिका वर्ग में सरस्वती विद्यालय गर्ल्स इंटर कॉलेज नरही की देखरेख में होंगे। विभागीय अधिकारियों के अनुसार जिस खेल की जिम्मेदारी दी गई हैं, अधिकांश मुकाबले उन स्कूलों के मैदान में होंगे।
वहीं जानकारी के अनुसार इसके अलावा कुछ मुकाबले शहर के केडी सिंह बाबू स्टेडियम और चौक स्टेडियम में खेले जायेंगे।
माध्यमिक शिक्षा विभाग का अधिक से अधिक खिलाड़ियों की सहभागिता बढ़ाने पर जोर
लखनऊ: प्रदेश के स्कूलों में खेल प्रतिभाओं को निखारने और राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने की कवायद जोरों पर है। माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल गेम्स के आयोजन की व्यापक रूपरेखा तैयार की गई है। राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं अगस्त से शुरू होकर नवंबर तक चलेंगी, जबकि नेशनल स्कूल गेम्स में भी यूपी को कई अहम जिम्मेदारियां मिली हैं।
खास बात यह है कि जिलेवार खेल आयोजन की योजना इस तरह बनाई गई है कि अधिकतम विद्यार्थियों को हिस्सा लेने का मौका मिल सके। पिछले वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाले छात्रों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया, जिससे इस बार उत्साह और भागीदारी में और बढ़ोतरी की उम्मीद है।
संयुक्त शिक्षा निदेशक शिविर आरपी शर्मा के अनुसार, यूपी राष्ट्रीय स्तर की सात प्रतियोगिताओं की मेजबानी भी कर रहा है। अक्टूबर से नवंबर तक ये आयोजन अलग-अलग जिलों में होंगे, जहां देशभर से विभिन्न स्कूल बोर्ड से प्रतिभागी जुटेंगे। इस साल स्कूल गेम्स को लेकर छात्रों, शिक्षकों और खेल प्रशिक्षकों में जबरदस्त उत्साह है।
जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक की तैयारी में स्कूलों की सक्रिय भागीदारी रहेगी। शिक्षा विभाग का प्रयास है कि अधिक से अधिक खिलाड़ियों को मंच मिले और राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिले।
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