छह लाख छूटे छात्रों को 28 नवंबर को मिलेगी छात्रवृत्ति, ऐसे छात्र जिन्हें पिछले वर्ष छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई थी, उन्हें आवेदन का अंतिम अवसर
लखनऊ। पिछले वर्ष की छात्रवृत्ति से छूटे पात्र छात्रों को 28 नवंबर को छात्रवृत्ति का तोहफा मिलेगा। समाज कल्याण विभाग ने वर्ष 2024-25 के लिए दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजना की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया की समय-सारिणी जारी कर दी है। इसके तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, सामान्य तथा अल्पसंख्यक वर्ग के ऐसे छात्र जिन्हें पिछले वर्ष छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई थी, उन्हें आवेदन का अंतिम अवसर दिया गया है। करीब 6 लाख छात्रों को इसका लाभ मिलेगा।
पिछले वर्ष लाखों छात्र संस्थानों, विश्वविद्यालयों और अधिकारियों की लापरवाही के चलते मास्टर डॉटा लॉक न होने, डाटा अग्रसारित न किए जाने और बजट के अभाव के चलते योजना के लाभ से वंचित रह गए थे। जारी समय सारिणी के अनुसार, शैक्षणिक संस्थानों की ओर से मास्टर डाटा लॉक करने की प्रक्रिया 10 से 14 अक्तूबर तक पूरी की जाएगी। इसके बाद विवि या एफिलेटिंग एजेंसी की ओर से मास्टर डाटा का सत्यापन किया जाएगा। 26 अक्तूबर तक जिला समाज कल्याण अधिकारी सीटों और शुल्क का सत्यापन करते हुए इसे लॉक करेंगे।
27 से 31 अक्तूबर तक ऑनलाइन आवेदन : छात्र 27 से 31 अक्तूबर तक ऑनलाइन आवेदन और रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। आवेदन पत्र का प्रिंट संस्थान में 1 नवंबर 2025 तक जमा करना होगा। संस्थान द्वारा ऑनलाइन सत्यापन 2 नवंबर तक और विश्वविद्यालयों या एफिलेटिंग एजेंसी द्वारा डाटा सत्यापन 3 से 6 नवंबर तक किया जाएगा। आवेदन में त्रुटि सुधार के लिए 8 से 11 नवंबर तक मौका मिलेगा। संशोधित आवेदन 12 नवंबर तक संस्थान अग्रसारित करेंगे। 25 नवंबर तक जिला स्तर पर डाटा सत्यापन और विभागीय अधिकारियों द्वारा डिजिटल सिग्नेचर लॉकिंग की जाएगी।
दिवाली से पहले पांच लाख छूटे छात्रों को मिलेगी छात्रवृत्ति, सीएम योगी ने इस वर्ष के 4 लाख से अधिक छात्रों के खातों में भेजी वजीफे की रकम, छूटे छात्रों के लिए दोबारा पोर्टल खोलने की मंजूरी
लखनऊ। संस्थानों की ओर से डाटा अपलोड न करने की वजह से पिछले वर्ष की छात्रवृत्ति से छूटे करीब पांच लाख छात्रों को दिवाली से पहले भुगतान होगा। साथ ही शुल्क भरपाई की राशि भी मिलेगी। शुक्रवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में वर्ष 2025-26 के लिए आयोजित छात्रवृत्ति वितरण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने 4 लाख से अधिक छात्रों के खाते में छात्रवृत्ति की राशि भी भेजी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता संभालने पर हमने वर्ष 2016-17 और 2017-18 की छात्रवृत्ति एक-एक बच्चे को दी थी। पिछले वर्षों में जिनकी वजह से छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई है उनकी भी जवाबदेही तय की जाएगी। इससे भविष्य में यह गलती नहीं होगी। सीएम ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले छात्रवृत्ति दी तो जाती थी, पर छात्र के खाते में पहुंचती नहीं थी। छात्रों को जो छात्रवृत्ति सितंबर-अक्तूबर में प्राप्त होनी चाहिए थी, वो मार्च-अप्रैल तक पहुंचती थी।
छूटे छात्रों के लिए दोबारा पोर्टल खोलने की मंजूरी
लखनऊ। यूपी कैबिनेट ने छात्रवृत्ति से छूटे छात्रों के लिए दोबारा पोर्टल खोलने के लिए शुक्रवार को मंजूरी दे दी है। इस फैसले से 4 लाख 88 हजार 544 छात्र लाभांवित होंगे। इनमें सबसे ज्यादा अल्पसंख्यक छात्रों के लिए 647.38 करोड़ की व्यवस्था की गई है। वर्ष 2024-25 में शिक्षण संस्थानों, विश्वविद्यालयों, एफिलिएटिंग एजेंसी और जिलास्तरीय अधिकारियों के स्तर पर मास्टर डाटा समय से लॉक नहीं किया गया। इसके अलावा परीक्षा परिणामों में देरी, ट्रांजेक्शन फेल होने और बजट के अभाव में सभी वर्गों के कई छात्रों को भुगतान नहीं हो पाया था। इनमें अनुसूचित जाति के 1 लाख, अनुसूचित जनजाति के 662, अन्य पिछड़ा वर्ग के 1 लाख 35 हजार और अल्पसंख्यक समुदाय के 2 लाख 52 हजार 882 छात्र शामिल हैं। इन सभी छात्रों के लिए एक माह पोर्टल खोला जाएगा।
प्रदेश के चार लाख विद्यार्थियों को कल मिलेगी छात्रवृत्ति, पहली बार सितंबर में ही वजीफा वितरण शुरू कर देगी यूपी सरकार
शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मुख्यमंत्री करेंगे शुभारंभ
चालू सत्र में 70 लाख विद्यार्थियों को मिलेगी छात्रवृत्ति
लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा व अल्पसंख्यक वर्गों और सामान्य वर्ग में गरीब श्रेणी के विद्यार्थियों को इस बार नवरात्र में पूर्वदशम और दशमोत्तर छात्रवृत्ति का उपहार देने जा रहे हैं। चालू सत्र में विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने की शुरुआत 26 सिंतबर से ही कर दी जाएगी। पहले चरण में लगभग चार लाख विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरण किया जाएगा।
यह पहली बार है जब सिंतबर माह में ही छात्रवृत्ति वितरण होगा। अभी तक सिलसिला फरवरी-मार्च से शुरू होता था। शुक्रवार को मुख्यमंत्री इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह में विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति वितरण करेंगे।
पिछड़ा वर्ग कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण और समाज कल्याण की छात्रवृत्ति योजनाओं में एकरूपता के लिए तीनों विभाग मिलकर योजना बना रहे हैं। इसके तहत ही इस बार समय से पूर्व छात्रवृत्ति वितरण की शुरुआत का निर्णय लिया गया था। इसके तहत चालू सत्र में छात्रवृत्ति योजना में पूर्वदशम (कक्षा नौ-10) और दशमोत्तर (कक्षा 11-12) के लिए सात सिंतबर तक आए आवेदनों को शामिल किया गया है।
पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने मंत्री ने बताया कि पिछले सत्र में प्रदेश के पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लगभग 59 लाख छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति मिली थी। चालू सत्र में यह संख्या बढ़कर 70 लाख से अधिक हो जाएगी। सरकार द्वारा छात्रवृत्ति का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है।
बताया कि अब 26 सितंबर को पहले चरण का छात्रवृत्ति वितरण किया जाएगा। आयोजन में सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा डेढ़ हजार लाभार्थियों को लाभ प्रदान कर इसकी शुरुआत होगी। पहले चरण में 3,95,646 छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे। इनमें पिछड़ा वर्ग के 2,60646 विद्यार्थी शामिल हैं,
जबकि शेष विद्यार्थी अनुसूचित जाति-जनजाति व अल्पसंख्यक वर्ग और सामान्य वर्ग में गरीब श्रेणी के होंगे। संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। आयोजन में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर, समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव गोंड व अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति व्यवस्था में सुधार के तहत इस बार समय से पूर्व वितरण की शुरुआत की जा रही है, जिससे छात्र-छात्राएं इसका लाभ समय पर उठा सकें। यह छात्र छात्राओं के लिए एक तरह से दीपावली का उपहार भी होगा। वहीं द्वितीय चरण में 31 दिसंबर तक शेष विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति की धनराशि का भुगतान किया जाएगा। प्रथम चरण के छूटे हुए छात्रों को भी द्वितीय चरण में शामिल किया जाएगा।
No comments:
Write comments